FY25 में 1000 महिला पायलट को शामिल करेगी Indigo एयरलाइन, कंपनी के HR ने बताया ये प्लान

FY25 में 1000 महिला पायलट को शामिल करेगी Indigo एयरलाइन, कंपनी के HR ने बताया ये प्लान

Indigo Airlines Women Pilot

Indigo Airlines Women Pilot

Indigo Airlines Women Pilot: इंडिगो एयरलाइन (IndiGo Airline) ने अपने वर्कफोर्स में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा मौके देने का फैसला किया है. इंडिगो ने एक साल के अंदर महिला पायलट की संख्या 1,000 से ऊपर ले जाने का फैसला किया है. फिलहाल एयरलाइन में 800 से ज्यादा महिला पायलट हैं. इंडिगो के कुल पायलट संख्या में महिलाओं का आंकड़ा लगभग 14 फीसदी है. यह ग्लोबल औसत 7 से 9 फीसदी से ज्यादा है. कंपनी इसे और बढ़ाना चाहती है. 

अगले साल तक हासिल कर लेना है लक्ष्य 

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के चीफ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर सुखजीत एस पसरीचा (Sukhjit S Pasricha) ने गुरुवार को कहा कि वह महिलाओं को लगातार ज्यादा से ज्यादा मौके देते रहे हैं. अब हमारा लक्ष्य महिला पायलट की संख्या 1000 के पार ले जाने का है. यह आंकड़ा हम अगले साल तक हासिल करना चाहते हैं. इससे हमारे वर्कफोर्स में विविधता और ज्यादा बढ़ जाएगी. एयरलाइन अपने फ्लीट और नेटवर्क में भी विस्तार करने जा रही है. 

इंजीनियरिंग और फ्लाइंग स्टाफ में मिलेंगे मौके 

सुखजीत एस पसरीचा ने बताया कि इंडिगो इंजीनियरिंग और फ्लाइंग स्टाफ में भी बड़े बदलाव करने जा रही है. हम हर जगह महिलाओं को शामिल करना चाहते हैं. हमारी इंजीनियरिंग टीम में भी महिलाओं की संख्या लगभग 30 फीसदी बढ़ी है. एयरलाइन के पास देश में सबसे ज्यादा 800 महिला पायलट हैं. उन्होंने कहा कि महिला पायलट का औसत पूरी दुनिया में हमारे पास सबसे ज्यादा है. हम अगस्त, 2025 तक 1000 महिला पायलट वाली एयरलाइन बनना चाहते हैं. इंडिगो के पास फिलहाल 5000 पायलट हैं. यह एयरलाइन रोजाना लगभग 2000 फ्लाइट उड़ाती है. 

आजादी के 77 वर्ष पूरा होने पर 77 महिला पायलट को दी नौकरी

इंडिगो ने बुधवार को 77 महिला पायलट को नौकरी दी है. ये कंपनी के एयरबस और एटीआर प्लेन को उड़ाएंगी. आजादी के 77 वर्ष पूरा होने पर इन महिला पायलट को नौकरी दी गई है. मार्च, 2024 के अंत तक एयरलाइन में 36,860 कर्मचारी थे. इनमें से 5,038 पायलट और 9,363 केबिन क्रू भी शामिल थे. पिछले वित्त वर्ष के अंत तक एयरलाइन में 713 महिला पायलट काम कर रहीं थीं. महिला कर्मचारियों का आंकड़ा 44 फीसदी है. साथ ही LGBTQ समुदाय से भी लोगों को नौकरी पर रखा गया है.